बिजोलिया में आयोजित ज़िला स्तरीय एथेलेटिक्स प्रतियोगिता : अव्यवस्थाओं के बीच स्पर्धा में भाग ले रहे खिलाड़ी , सर्दी से ठिठुरे , भोजन के लिए भटकते रहे

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बिजोलिया ( कपिल विजय ) : क़स्बे में आयोजित 4 दिवसीय 66 वी ज़िला स्तरीय एथेलेटिक्स ( 19 वर्ष छात्र ) प्रतियोगिता में खिलाड़ी अव्यवस्थाओं के बीच स्पर्धा में अपने भाग्य की आज़माइश कर रहे है । आलम ये है की आज से आयोजित प्रतियोगिता में भाग लेने पहुँचे खिलाड़ी गुरुवार देर रात भोजन के लिए दर दर भटकते रहे ओर खिलाड़ियों के लिए की गई रुकने की व्यवस्था में बिस्तर ओर कम्बल का अतिरिक्त चार्ज लेने से कई खिलाड़ी एवं विधालय स्टाफ के लोग बिना बिस्तर ओर कम्बल के रात गुज़ारने से ठिठुरन से परेशान रहे । जानकारी के अनुसार क़स्बे में आयोजित 4 दिवसीय 66 वी ज़िला स्तरीय एथेलेटिक़्स प्रतियोगिता क़स्बे के राजकीय उच्च माध्यमिक विधालय में अव्यवस्थाओं के बीच आयोजित की जा रही है। मैदान से खिलाड़ियों को लगभग 3 किमी की दूरी पर अलग अलग जगह ठहराया गया है । प्रतिभागियों को लाने ले जाने के लिए कोई सुविधा नही है। शौचालय की समुचित व्यवस्था नहीं होने की वजह से सुलभ शौचालय जाना पड़ रहा है।

खेल स्पर्धा में अव्यवस्था के कारण कई खिलाड़ी प्रतियोगिता से पहले ही अव्यवस्थाओं के चलते अपने आपको थका महसूस कर रहे है। क़स्बे में जिलेभर से इस प्रतियोगिता में 800 से अधिक खिलाड़ी भाग ले रहे है लेकिन खेल प्रतियोगिता में शामिल होने आए सभी खिलाड़ी अव्यवस्थाओं से जूझ रहे हैं। जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी का खामियाजा खिलाड़ी भुगत रहे हैं। शाहपुरा से पहुँचे खिलाड़ी ओम प्रकाश सेन ने बताया की ज़िले में उसने कई प्रतियोगिताओ में भाग लिया लेकिन बिजोलिया जैसी व्यवस्थाएँ उसने कई नही देखी , प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए कल गुरुवार को बिजोलिया में पहुँचने के बाद से ही अव्यवस्थाओं से जूझना पड़ रहा है । प्रतियोगिता के आयोजकों द्वारा रुकने की समुचित व्यवस्था नही करने से देर रात क़स्बे के एक निजी विधालय में ठहरे अध्यापकों ने आयोजकों द्वारा बताए एक टेंट वाले से मिलकर प्रति खिलाड़ी 40 रुपये में कम्बल ओर 30 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से बिस्तर किराये पर लिया है , वही भोजन के लिए गुरुवार को देर रात तक क़स्बे में जगह जगह भटकने पर भोजन की व्यवस्था नही हुई है , अब ये ही व्यवस्था बिजोलिया में 4 दिनो तक रोज़ सुबह शाम करनी पड़ेगी ।

वही शाहपुरा से आए एक अध्यापक ने बताया की वो पेंशन की दहलीज़ पर है वर्षों से स्कूली छात्रों को प्रतियोगिताओं में लेकर कई जगह हिस्सा लेने लेकर गए है लेकिन बिजोलिया जैसी व्यवस्थाएँ उन्होंने कई नही देखी । अव्यवस्थाओं के चलते प्रतियोगिता में जीत के इरादे से आए कई खिलाड़ियों को शुरुआत में ही निराशा हाथ लगी है । वही व्यवस्थाओं के अभाव के चलते कई खिलाड़ी क़स्बे में दिनभर भूख के मारे इधर उधर भटकते रहे ।। कई खिलािडयों ने बताया कि वे जहां रुके हुए हैं वहां से पैदल चलकर आना जाना कर रहे हैं। खिलाड़ियों के पीने के पानी के लिए भी प्रोपर व्यवस्था नही है लेकिन खिलाड़ी अपनी व्यवस्था से पानी ला रहे हैं। इतना ही नहीं शौचालय में पानी नहीं आने से कई खिलाड़ियों ने बस स्टैंड जाकर वहां सुलभ शौचालय का उपयोग करना पड़ रहा है । दूर दराज से आए कई खिलाड़ी बिना नहाए खेल रहे हैं, नहाने के लिए पर्याप्त पानी तक की व्यवस्था नहीं की गई है। अनियमितता से परेशान खिलाड़ियों ने अपने अध्यापकों ओर तमाम अव्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों तक शिकायत की है परंतु व्यवस्था नहीं सुधरी है। प्रतिभागियों ने बताया कि काफी परेशान हैं और तत्काल सुधार की आवश्यकता है । वही दूसरी ओर ये जानकारी सामने आई है की प्रतियोगिता को लेकर कई भामाशाओ से फंड एकत्रित किया गया है लेकिन व्यवस्था को लेकर इसे खर्च नही किया गया ।