जिले में 3487 विद्यार्थियों ने सामूहिक रूप से किया गीता पाठ

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गीता जयंती पर संस्कृत भारती द्वारा जिले के विभिन्न विद्यालयों में हुआ आयोजन

शाहपुरा मूलचन्द् पेसवानी

संस्कृत भारती भीलवाड़ा की ओर से गीता जयंती के पावन अवसर पर जिले के विविध विद्यालयों में गीता जयंती का आयोजन हुआ। अजयमेरु भीलवाड़ा विभाग सह संयोजक परमेश्वर प्रसाद कुमावत ने बताया कि संस्कृत भारती द्वारा प्रतिवर्ष गीता जयंती को उत्सव के रूप में मनाया जाता है इस बार अभियान स्वरूप विद्यालयों में गीता के पन्द्रहवें अध्याय पुरुषोत्तम योग का सामूहिक पाठ करवाया गया। देवरिया में आयोजित कार्यक्रम में प्रांत मंत्री परमानंद शर्मा ने बोलते हुए कहा है कि गीता ही एकमात्र ऐसा ग्रंथ है जो साक्षात भगवान के मुखारविंद से निःसृत हुआ है। रोंपा में आयोजित कार्यक्रम में प्रांत सह मंत्री मधुसूदन शर्मा ने भगवत गीता की महत्वता पर प्रकाश डाला। आदर्श विद्या मंदिर कोठार मोहल्ला में आयोजित कार्यक्रम में विद्या भारती के जिला सचिव देवराज सिंह राणावत ने गीता के कर्मयोग पर प्रकाश डालते हुए श्री कृष्ण के बताए हुए मार्ग पर चलने की बात कही। राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय शंभूपुरा में विभाग सह संयोजक परमेश्वर प्रसाद कुमावत ने गीता का दैनिक जीवन में महत्व विषय पर अपनी बात कही। प्रभु श्रीराम चरण कन्या विद्यापीठ में आयोजित गीता पाठ कार्यक्रम में बोलते हुए प्राचार्य डॉ ओमप्रकाश कुमावत ने गीता को एक विज्ञान कहा है। जिले के प्रभु श्रीराम चरण कन्या विद्यापीठ शाहपुरा, वीरमाता माणिक कंवर बालिका विद्यालय शाहपुरा, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पनोतिया, तहनाल, ,दौलतपुरा संस्कृत विद्यालय सांगरिया, उच्च माध्यमिक विद्यालय सांगरिया, देवरिया, उच्च प्राथमिक विद्यालय शंभूपुरा, उच्च माध्यमिक विद्यालय रोपा, महाराणा उच्च माध्यमिक विद्यालय जहाजपुर, आदर्श विद्या मंदिर शाहपुरा, आसींद, जहाजपुर, उच्च माध्यमिक विद्यालय हंसेड़ा, उच्च प्राथमिक विद्यालय सबलपुरा आसींद में आयोजित गीता जयंती पर 3487 भैया बहनों एवं शिक्षकों ने सामूहिक रूप से श्रीमद भगवत गीता के पन्द्रहवें अध्याय का पाठ किया। विविध स्थानों पर आयोजित कार्यक्रम में अंजनी कुमार शर्मा रोपा, पूर्णा पारीक कन्या विद्यापीठ शाहपुरा, इंदिरा जैन वीरमाता माणिक कंवर बालिका विद्यालय शाहपुरा, जगदीश चंद्र साहू पनोतिया, प्रधानाचार्य विपिन कुमावत पनोतिया, चंद्रकांता न्याति देवरिया, देवकिशन गुर्जर तहनाल, विजय व्यास दौलतपुरा, महावीर कुमावत सांगरिया संस्कृत विद्यालय, गणेश शर्मा सांगरिया, अनुसूया भट्ट जहाजपुर, महेंद्र सिंह चुंडावत आसींद, बनवारी लाल सोनी हंसेड़ा, कपिल निंबार्क आदर्श विद्या मंदिर शाहपुरा, कृष्ण गोपाल शर्मा सबलपुरा ने सामूहिक गीता पाठ आयोजन को सफल बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभायी।