देश के पांच आश्रमों के महन्त सरजूदास को भेजा जेल

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भीलवाड़ा, मूलचन्द पेसवानी
भीलवाड़ा, महाराष्ट्र, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के अयोध्या में कुल 5 आश्रमों के महंत सरजूदास महाराज को भीलवाड़ा जिले की पुलिस ने गुरूवार को गंगापुर न्यायालय में पेश किया। न्यायिक मजिस्ट्रेट ने आरोपी महंत को 2 जनवरी तक न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजने के आदेश जारी किए। एसिड अटैक और यौन उत्पीड़न के उन पर आरोप लगे है।
मांडल पुलिस उप अधीक्षक सुरेंद्र कुमार कुमावत ने बताया कि जिले के घोड़ास गांव के प्रसिद्ध डांग के हनुमान मंदिर के महंत सरजूदास महाराज को मांडल पुलिस ने बुधवार को नाबालिग के साथ दुष्कर्म के मामले में गिरफ्तार किया था। शीतकालीन अवकाश के चलते गंगापुर न्यायालय को दी गई न्यायिक प्रकरण निस्तारण की विशेष जिम्मेदारी के चलते आरोपी महंत सरजू दास को गंगापुर न्यायालय में न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया। महंत सरजू दास के वकील ने गंगापुर न्यायाधीश के समक्ष पुलिस के पास साक्ष्य नहीं होने पर जमानत देने की अर्जी लगाई थी। गंगापुर न्यायिक मजिस्ट्रेट रविंद्र यादव ने 2 जनवरी तक महंत को न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के दिए आदेश। न्यायालय में कड़ी सुरक्षा की गई और पुलिस के आला अधिकारी भी न्यायालय परिसर में डेरा डाले रहे।
उल्लेखनीय है कि डांग के हनुमान मंदिर के महंत सरजूदास महाराज को पोक्सो एक्ट के तहत बुधवार को हनुमान वाटिका से गिरफ्तार किया गया। महाराज को गिरफ्तार करने से पहले वाटिका के पास तीन अलग-अलग गाडियां खड़ी हुई थी। इनमें से एक गाड़ी में सरजूदास महाराज को बिठाकर पुलिस अपने साथ ले गई। घोड़ास डांग के हनुमान के महंत सरजूदास पर एक नाबालिग बालिका के साथ यौन शोषण का मामला दर्ज करवाया गया था।
आपको बता दे महंत सरजू दास गिरफ्तार भले ही अब हुआ है लेकिन उसका नाता विवादों से पुराना रहा है। महंत सरजू दास डांग के हनुमान मंदिर घोड़ास के अलावा अयोध्या, केदारनाथख् बद्रीनाथ और महाराष्ट्र के पांच आश्रम का मुखिया भी है। पुलिस का कहना है कि महंत आश्रम में कुकृत्य करता था। इसके पर्याप्त सबूत भी मिले हैं। बाबा के भेष में महंत सरजू दास आश्रम में नाजायज काम करता था।
सरजू दास ने 6 दिसंबर को महिला पर एसिड अटैक करवाया-महंत सरजू दास के खिलाफ 6 दिसंबर को एक महिला ने एसिड अटैक का मामला दर्ज करवाया था। इसके बाद उसी की नाबालिक लड़की ने दुष्कर्म और यौन शोषण का मामला दर्ज करवाया गया है। एसिड अटैक में तो पुलिस को साक्ष्य नहीं मिले। लेकिन यौन शोषण और पॉक्सो एक्ट के मामले में पुलिस के हाथ सबूत लगे हैं।
7 दिन पहले पॉक्सो एक्ट में केस दर्ज, बुधवार को गिरफ्तारी- भीलवाड़ा के पुलिस अधीक्षक आदर्श सिधु ने बताया कि पुलिस अनुसंधान में आरोप साबित होने के बाद सरजू दास को गिरफ्तार किया गया है। बाबा आश्रम में कुकृत्य करता था। उसके खिलाफ मांडल थाने में 7 दिन पहले पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ था। आश्रम के कुछ बच्चों के बयान भी लिए गए।
सरजू दास का होगा पोटेंसी टेस्ट-पुलिस के अनुसार अभी तक के सबूतों के आधार पर सरजू दास की गिरफ्तार हुई है। पॉक्सो एक्ट के तहत आगे की कार्रवाई जारी है। अब सरजू दास का पोटेंसी टेस्ट भी करवाया जाएगा।
कहां कहां आश्रम, कैसे चर्चा में आया सरजू दास- घोड़ास गांव के डांग के हनुमान मंदिर करेड़ा के चंपा बाग के साथ सरजू दास 5 आश्रमों का मुखिया है। उसके आश्रमों में महाराष्ट्र के जलगांव, बद्रीनाथ और अयोध्या के आश्रम शामिल हैं। ऐसे में पुलिस ने पुलिस महानिदेशक और मुख्यमंत्री कार्यालय से भी बाबा की गिरफ्तारी से स्वीकृति ली थी। इन 5 आश्रमों के अतिरिक्त महंत के नाम घोड़ासगांव में कृषि भूमि, करेड़ा बस स्टैंड के पास चंपा बाग भी है। आश्रम के पास कुछ दुकानों को ढहाने के मामले में सरजू दास विवादों में आ गया था। तब से गांव वाले सरजू दास के समर्थक और विरोधी में बंट गए। महंत सरजू दास के खिलाफ 6 दिसंबर 22 को एसिड अटैक का मामला दर्ज हुआ था। इसके बाद 8 दिसंबर को उनके कुछ समर्थकों ने भीलवाड़ा जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। कलेक्टर और एसपी को महंत के समर्थन में ज्ञापन भी दिया था।
2006 में महंत बना सरजू दास- लगभग 50 साल का सरजू दास डांग के हनुमान मंदिर घोड़ास के महन्त गोविंद दास महाराज के निधन के बाद साल 2006 में महंत बना। अपने गुरु गोविंद दास की स्मृति में गोविंद सरोवर का निर्माण करवाया। जहां प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा को लाखों दीपकों का दीपदान महोत्सव आयोजित किया जाता है।
ऐसे लोगों के बीच ख्याति हासिल की-सरजू दास के अनुयाई यह भी बताते हैं कि सरजू दास 4 महीने जल तपस्या और 4 महीने अग्नि तपस्या करता था। जल तपस्या में सरजू दास पर सर्दी के मौसम में भक्त 40 से 50 मिनट तक 108 घड़ों से ठंडा पानी डालते थे। इसी तरह अग्नि तपस्या में गर्मी के दिनों में कंडों की आग से आग का गोला बनाकर उसके बीच बैठता। सिर पर जलती आग का खप्पर रखकर यह तपस्या करता था।
4000 लोगों की आंखों का ऑपरेशन भी कराए-सरजू दास के करतूत के बीच उसके करीबी यह भी बताते हैं कि 1993 से लोक मंगल सेवा समिति के माध्यम से आंखों के रोगियों के लिए 27 निशुल्क शिविर लगाए थे। सरजू दास की अगुवाई में अब तक 4000 लोगों की आंखों का ऑपरेशन करवाया जा चुका है। लेकिन इन सबके बावजूद अब एसिड अटैक और यौन शोषण के आरोप में पुलिस की सलाखों के पीछे बंद है।