बिजोलिया ( कपिल विजय ) : थाना क्षेत्र के मकरेडी गांव में 22 मार्च को भूदान एवं ग्रामदान बोर्ड राजस्थान के क्षेत्रीय कार्यकर्ता के साथ ग्रामीणों द्वारा मारपीट कर कस्बा स्थित थाने में लाकर फर्जी पटवारी का आरोप लगाकर बंद करवाने एवं कार्यकर्ता के गंभीर चोटे लगने पर मौत हो जाने पर कार्यकर्ता के भतीजे ने थाने में मामला दर्ज करा कानूनी कार्रवाई की मांग की है ।
जानकारी के अनुसार क्षेत्रीय कार्यकर्ता का कार्य करने वाले फूलचंद पिता समुद्र सिंह मीणा निवासी बींधियाभाटा जहाजपुर एवं गांव के ही रमेश पिता कन्हैया लाल भील के साथ मकरेडी गाँव में जाते समय उमा जी का खेड़ा निवासी दिनेश कुमार पिता प्यार चंद धाकड़ , गोपाल पिता जगन्नाथ धाकड़ , लोकेश पिता शोभा लाल धाकड़ , ज्ञानचंद पिता देवीलाल धाकड़ , शोभा लाल पिता देवीलाल धाकड़ , मदनलाल पिता प्यार चंद धाकड़ ,भुवाना धाकड़ , नरेश पिता शंभू धाकड़ निवासी मकरेडी , कैलाश पिता नंदा भील निवासी भीलो की मकरेडी और अन्य 10 से 12 व्यक्तियो ने उसके काका व रमेश भील को रास्ते में रोककर उनके साथ मारपीट की और गांव के पास ही चल रही खान पर ले जाकर दोनों के साथ लगातार मारपीट करते हुए बिजोलिया निवासी जयनारायण पिता रामनारायण शर्मा , शंकर लाल धाकड़ निवासी गोविंद निवास , गोपाल लाल धाकड़ निवासी धाकडो की मकरेडी को साथ लेकर गांव में ले गए और गांव में 50 अन्य व्यक्तियों से मिलकर गंभीर मारपीट की ।
जिससे उसके काका फूलचंद के पेट की आते फट गई और गंभीर होने पर दोनों को बिजोलिया थाने में ले जाकर फर्जी पटवारी का आरोप लगाकर बंद करा दिया । धर्मराज ने रिर्पोट में बिजोलिया थाना अधिकारी पर भी बिना जांच के दोनों को पाबंद करा अगले दिन छोड़ देने की बात कही है । धर्मराज ने बताया कि घटना में गंभीर घायल उसके काका फूल सिंह को जहाजपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया , जहां उनके पेट में अधिक चोट आने पर उन्हें देवली रेफर किया । जहां से भी आराम नहीं मिलने पर कोटा रेफर किया गया ।जहां उपचार के दौरान 29 मार्च को फूल सिंह की मौत हो गई । धर्मराज ने मामले को लेकर एससी एस टी एक्ट , हत्या के आरोप के साथ अन्य गंभीर धाराओ में 9 लोगों के विरुद्ध नामजद मामला दर्ज करा 10-12 अन्य व्यक्तियों पर कार्रवाई की मांग की है । मामले की जांच पुलिस उपाधीक्षक कीर्ति सिंह कर रही है ।
ये है मामला :
विदित रहे कि मकरेडी ग्राम की चरागाह जमीन को अन्य व्यक्तियों के नाम करने पर 22 मार्च को ग्राम वासियों ने विरोध दर्ज कराते हुए कार्यकर्ता को फर्जी पटवारी बताते हुए गांव की जमीनों की हेराफेरी करते हुए नकल में खसरा नंबर को इधर-उधर कर ग्राम वासियों को परेशान करने एवं हाल ही में क्षेत्र के पटवारी जयनारायण सनाढ्य के होने के बावजूद स्वयं को भी पटवारी बताने पर ग्राम वासियों को हो रही परेशानी से अवगत कराया था और दोनों को थाने लेकर आए थे । ग्राम वासियों ने 22 मार्च को पुलिस को बताया था कि जहाजपुर के बिंदिया भाटा निवासी फूलचंद पिता समुंदर सिंह मीणा अपने साथी रमेश भील पिता कन्हैया लाल भील निवासी मकरेरी के साथ मिलकर क्षेत्र की जंगल की जमीन को नाप कर रहे थे जबकि उस जमीन के पट्टे पूर्व में ही ग्राम के चारागाह के नाम से बने हुए हैं जिसे वन विभाग द्वारा ग्रामीणों को एनओसी प्रदान कर रखी है लेकिन फ़ुलचंद्र ने फर्जी तरीके से आराजी नंबर 141 में से 25 बीघा भूमि राजेंद्र पिता विजय सिंह जैन निवासी सीताराम जी की बावड़ी भीलवाड़ा के नाम पर आवंटित कर दी है वहीं आराजी नंबर 143 में 25 बीघा भूमि फर्जी तरीके से बसंत कुमार पिता ढाणी निवासी मोहल्ला जाति के नाम कर दी है जबकि आज भी यह जमीन हाल पटवारी जयनारायण के रिकॉर्ड अनुसार मकरेडी की वन सुरक्षा प्रबंध समिति के नाम दर्ज है लेकिन फूलचंद द्वारा फर्जी दस्तावेज तैयार कर स्वयं के रिकॉर्ड में दोनों के नाम दर्ज कर रखी है ।