भीलवाडा (महेन्द्र नागौरी)स्पिक मैके के सहयोग से सोमवार को प्रसिद्ध युवा ओडिसी नृत्यागना दीपाजंना दत्ता की प्रथम प्रस्तुती रा.बा.उ.प्रा.वि. एवं द्वितीय प्रस्तुती रा.उ.मा.वि. आटूण में हुई।
जानकारी देते हुए कैलाश पालिया ने बताया कि दीपाजंना ने अपनी प्रस्तुती मंगलाचरण से करते हुये भगवान गणेश की स्तुति से की, उसके बाद ओडिसी नृत्य के इतिहास की जानकारी देते हुये कहा कि महारी नृत्य से ही ओडिसी नृत्य आया। उसके बाद इसकी वेशभूषा के बारे में बताया और भक्त प्रहलाद एवं हिरण्यकश्यप की पौराणिक कहानी को जीवन्त करते हुये छात्र-छात्राओं को भूमि प्रणाम के साथ-साथ हस्त मुद्राओं से, सांप, पक्षी, शेर, दुर्गा, हिरण, बतख आदि को बनाना सिखाया और ओडिसी नृत्य की बेसिक पोस्चर (समभंग, अभंग, त्रिभंग) आदि की जानकारी दी।
अंतः में दोनो विद्यालयों के संस्था प्रधान गीता बैरवा एवं सी.पी. मारू ने कलाकारो का स्वागत कर आभार व्यक्त किया।
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