बीगोद । श्रमण संघीय ध्यान योगी आचार्य सम्राट डॉक्टर शिवमुनि जी महाराज ने भारतवर्ष के स्थानकवासी जैन समाज के लिए एक सूचना जारी की है , जिसमें लिखा कि वर्ष 2023 में पर्युषण महापर्व 12 सितंबर को प्रारंभ होंगे तथा 19 सितंबर को संवत्सरी महापर्व मनाया जाएगा ।
उक्त जानकारी देते हुए जैन मंच की राष्ट्रीय मंत्री तथा लेखिका श्रीमती मधु संचेती बीगोद ने बताया कि आचार्य सम्राट ने 9 अगस्त को अवध संगरीला, सूरत से जारी किए संदेश में स्पष्ट किया कि निर्णय सागर पंचांग के अनुसार जब दो सावन होंगे तब भादवा कृष्णा तेरस से पर्युषण पर्व प्रारंभ होगा तथा भादवा सुदी पंचम को महापर्व संवत्सरी होगी। जब दो भादवे होंगे तब दूसरे भादवे के कृष्ण पक्ष की तेरस से पर्युषण प्रारंभ होकर दूसरे भादवे के शुक्ल पक्ष की पंचमी को संवतसरी पर्व की आराधना होगी।
आचार्य सम्राट ने उक्त निर्णय को प्रस्थापित करते हुए स्पष्ट किया कि हमेशा के लिए श्वेतांबर स्थानकवासी जैन समाज भादवा शुक्ल पंचमी (अस्त तिथि में ) को ही संवत्सरी महापर्व की आराधना करेगा। आचार्य सम्राट ने संपूर्ण श्वेतांबर स्थानकवासी जैन समाज से आव्हान किया है कि इस वर्ष 12 से 19 सितंबर को ही राष्ट्रीय स्तर पर पर्वाराधना एवं इसके अंतर्गत होने वाली समस्त धर्माराधनाएं करें।