मुक्ति पर्व- पर रक्त देने के लिए लगा निरंकारी भक्तों का मेला

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श्रद्धा, उमंग, जयघोष, के साथ निरंकारी श्रदालुऔं ने किया 135 यूनिट रक्तदान

भीलवाड़ा। (पंकज पोरवाल) संत निरंकारी मंडल भीलवाड़ा द्वारा मानव कल्याण के तहत पीड़ित मानवता की सेवार्थ सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज एवं राजपिता की कृपा से आरजिया चौराहा स्थित संत निरंकारी सत्संग भवन पर 15 अगस्त मुक्ति पर्व पर को लेकर विशाल रक्तदान एवं संत समागम का आयोजन किया गया। मीडिया सहयोगी लादूलाल ने बताया कि शिविर में मिशन से जुड़े 135 युवाओं और बहनों ने उत्साह, उमंग, धन निरंकार उद्घोष के साथ अपना रक्त देकर मानवता का परिचय दिया तथा 50 से अधिक श्रद्धालु को अयोग्य घोषित होने पर रक्तदान नहीं करने से निराश एवं मायूस होना पड़ा। स्थानीय जॉन के जोनल इंचार्ज संत जगपाल सिंह ने कहा कि निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी महाराज के संदेश को अपनाते हुए रक्त नालियों में नहीं नाड़ीयों में बहे से प्रभावित होकर निरंकारी मिशन से जुड़े मानव सेवा के लिए रक्तदान करें रक्त एक ऐसी वस्तु है जिसका किसी भी फैक्ट्री में उत्पादन किया जाना संभव नहीं है मानव रक्त दान कर अपने शरीर को स्वस्थ ही नहीं दूसरे को जीवनदान भी कर सकता है। इस मौके पर भीलवाड़ा सांसद सुभाषचंद्र बहेड़ीया ने कहा कि निरंकारी मंडल द्वारा आयोजित शिविर में रक्त देने के लिए लगा निरंकारी भक्तों का मेला वास्तव में सतगुरु की मानव को मानव के लिए समर्पित करने का बेहतरीन सिख परिणाम है। मंडल के आयोजन को पीड़ित मानवता की सेवा को श्रेष्ठ बताया। शिविर का शुभारंभ एडवोकेट उम्मेद सिंह राठौड़, समाजसेवी रविंद्र जाजू, बहन रेणुका निमावत, रविकांत व्यास, सत्येंद्र कुमार, ने फिता काटकर किया। रक्तदातों का हौसला बढ़ाने के लिए डॉ केसी, पंवार पूर्व सीएमएचओ डॉक्टर रमेश सामरिया, समाजसेवी कांतिभाई जैन, पूर्व पार्षद सुरेश बंब, आदि ने रक्तदाताओं का उत्साह वर्धन किया। सेवादल के नौजवान भाई बहनों ने सुंदर व्यवस्था करते हुए लंगर इत्यादि में एवं विशेष सेवा में भाग लिया। इस मौके पर जिले भर से बड़लिया, महेंद्रगढ़, लाखोला, आसींद, मंगरोप, हरनी, रायला, बालेसरिया, रायपुर, बोरखेड़ा, आदि कई गांवों से आकर कई श्रद्धालुओं ने रक्तदान किया। लोक कल्याण की भावनाओं से युक्त इस महा अभियान में रक्त संग्रहित करने हेतु महात्मा गांधी चिकित्सालय के योग्य डॉक्टर एवं उनकी प्रशिक्षित टीम ने वहां पहुंचकर सभी रक्तदाताओं की जांच की और उसके उपरांत ही रक्त संग्रहित किया
समागम के मध्य मुक्ति पर्व पर आयोजित विशाल संत समागम को संबोधित करते हुए उदयपुर से पधारे बहन रेणुका जी निमावत ने कहा कि संपूर्ण भारत वर्ष में जहां 77 वां स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है वहीं निरंकारी जगत में इस दिन को आत्मिक स्वतंत्रता पर्व के रूप में मनाते हैं निसंदेह है यह महान पर्व निरंकारी जगत के प्रत्येक संतो को समर्पित है जिन्होंने अपने, प्रेम, परोपकार, भाईचारे की भावना से भक्ति भरा जीवन जीकर सभी के समक्ष एक सुंदर उदाहरण प्रस्तुत किया।