पूर्व कांग्रेस जिला अध्यक्ष डांगी के प्रयास लाने लगे रंग राज्य सरकार ने दी प्रशासनिक एवं वित्तीय मंजूरी,यूआईटी को डीपीआर तैयार करने के आदेश
भीलवाड़ा ( महेन्द्र नागौरी)
वस्त्रनगरी भीलवाड़ा में विकास के लिए राज्य के नगरीय विकास विभाग ने भीलवाड़ा शहर में दो विकास कार्यों के प्रस्तावों को प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति दे दी है।जिसके चलते एक के बाद एक सौगात मिलना जारी है। कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष अनिल डांगी द्वारा भिजवाए गए विकास प्रस्ताव के आधार पर राज्य के नगरीय विकास विभाग ने भीलवाड़ा शहर में दो विकास कार्यों के प्रस्तावों को प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृतिदे दी है। डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने के लिए नगर विकास न्यास को 80 लाख रूपए की मंजूरी दी है। नगरीय विकास विभाग की संयुक्त सचिव संचिता विश्नोई द्वारा 16 अगस्त को नगर विकास न्यास भीलवाड़ा के सचिव के नाम जारी आदेश के अनुसार भीलवाड़ा में रामधाम चौराहे से सर्किट हाउस तक एलिवेटेड रोड का निर्माण कार्य की डीपीआर तैयार करने के लिए 30 लाख रूपए की राशि के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। इसी तरह जोधड़ास चौराहे पर हाईलेवल ब्रिज से सांगानेर रोड हाईलेवल ब्रिज तक आरजिया कोटा बाईपास तक कोठारी नदी के किनारे स्थित रिवर फ्रन्ट के सौन्दर्यकरण कार्य की डीपीआर तैयार कराने के लिए 50 लाख रूपए की राशि के प्रस्ताव को मंजूर की गई है। आदेश के अनुसार इस कार्य के लिए पूर्ण बजट प्रावधान न्यास अपने स्रोतों से करेगा एवं न्यास स्तर पर भूमि के स्वामित्च की सुनिश्चितता की जाएगी। आवश्यकता होने पर अन्य विभागों से अनापत्ति पत्र या सहमति प्राप्त करने के भी निर्देश दिए गए है।
पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष डांगी के अनुसार राज्य सरकार के डीपीआर तैयार कराने के लिए राशि स्वीकृति की मंजूरी मिलने से भीलवाड़ा के विकास में अहम इन कार्यों को जल्द शुरू करने का रास्ता खुल गया है। इस बात का पूरा प्रयास किया जाएगा कि न्यास अब जल्दी से इन दोनों कार्यो की डीपीआर तैयार करा आगे की प्रक्रिया शुरू कर दे।
क्या होगा भीलवाड़ा को लाभ:-
डांगी के अनुसार रामधाम चौराहे से सर्किट हाउस तक एलिवेटेड रोड निर्माण के लिए नगर विकास न्यास के माध्यम से राज्य सरकार को इस वर्ष मार्च माह में प्रस्ताव भेजा गया था। इसमें बताया गया कि वर्तमान में इस मार्ग पर कई बार जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। इस मार्ग पर तीन अंडरब्रिज होने से हमेशा यातायात बाधित रहता है साथ ही आए दिन हादसे की आंशका बनी रहती है।
न्यास की बैठक में स्मॉर्ट सिटी मद से करीब 60 करोड़ रूपए की लागत से दो किलोमीटर का यह कार्य कराने का निर्णय लेकर प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया। डीपीआर तैयार करने के लिए 30 लाख रूपए की राशि की मंजूरी भी दी गई। ये कार्य पूर्ण होने पर इस भीड़ भरे रोड पर हादसों का खतरा अपेक्षाकृत कम हो सकेगा व यातायात जाम की समस्या से निजात मिलेगी।