शाहपुरा- मूलचन्द पेसवानी
भीलवाड़ा कुश्ती के इतिहास में इंटरनेशनल पर गोल्ड मेडल जीतने वाली पहलवान अश्विनी विश्नोई को नवग्रह आश्रम मोतीबोर का खेड़ा व एसकेएम स्कूल रायला ने गोद लिया है। दोनो संस्थाओं ने मिलकर विश्नोई के लिए 25 हजार रू मासिक आधार पर नकद सहायता देने की घोषणा कर इस माह की राशि भेंट की है। भीलवाड़ा की दस्तक संस्था के अनुरोध पर दोनो संस्थाओं के समन्वयक हंसराज चोधरी ने आज पहलवान को बुलाकर उसका स्वागत किया तथा उसे नकद राशि भेंट की।
नवग्रह आश्रम संस्थापक हंसराज चोधरी ने कहा कि अश्विनी भीलवाड़ा की बेटी है। उसको सहयोग करने के लिए सभी भामाशाहों व उद्योगपतियों को आगे आना चाहिए। उन्होनें कहा कि 25 हजार रू की मासिक सहायता आज से प्रांरभ की है। अश्विनी की डाइट व्यवस्था में नवग्रह आश्रम सहयोग करेगा।
दस्तक संस्था के कुणाल ओझा ने कहा कि जार्डन में एशियन कुश्ती चैंपियनशिप में भीलवाड़ा के जवाहर नगर की महिला पहलवान अश्विनी विश्नोई ने अंडर-15 में गोल्ड मेडल जीता है। यह सभी के गर्व की बात है। अब हम सहयोग कर इसे अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर बनाये रखें।
अश्विनी के पिता मुकेश ने कहा कि पिछले 24 वर्षो से प्रयास करके आज यह मुकाम बेटी ने हांसिल किया है। आगे बढ़ना है। अभी तो ऐशिया में टाप बनना है। चार पदक जीतने है। सहयोग की अपेक्षा सभी से है।
उल्लेखनीय है कि भीलवाड़ा कुश्ती के इतिहास में पहली बार किसी पहलवान ने इंटरनेशनल पर गोल्ड मेडल जीता है। अश्विनी ने सेमीफाइनल में जापान की पहलवान को 8-2 से हराकर फाइनल में जगह बनाई। फाइनल में किर्गिस्तान की पहलवान को 4-0 से हराकर गोल्ड मेडल जीता। पहले मैच में चीनी तायपेई की पहलवान व दूसरे मैच में कजाकिस्तान की पहलवान को हराया। अश्विनी राजस्थान से एकमात्र महिला पहलवान हंै, जो इस प्रतियोगिता में भाग लिया और गोल्ड मेडल जीता।