कच्ची बस्तियों में नहीं मिल पा रही है मौलिक सुविधाएँ : गोपाल माली
भीलवाड़ा। (पंकज पोरवाल) स्टेट फेडरेशन ऑफ यूनेस्को एसोसिएशन इन राजस्थान एवं जिला यूनेस्को एसोसिएशन के तत्वावधान में भारत के राष्ट्रीय पर्व रक्षाबंधन के अवसर पर भारतीय यूनेस्को क्लब महासंघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष गोपाल लाल माली के सानिध्य में यूनेस्को क्लब के सदस्यों ने नए अंदाज में रक्षाबंधन त्योहार मनाया। यूनेस्को क्लब के सदस्यों ने झोपडियों में रह रही बच्चियों से राखी बंधवाकर शगुन के तौर पर सभी बच्चियों को सौ-सौ रूपये व एक-एक मिठाई का डिब्बा व राखियां सहित अन्य सामग्री शगुन तौर पर दी। एक तरफ जहां खुद के घरों को संवारने व अपने बच्चों के लिए मिठाई की व्यवस्था में जुटे हैं, वहीं यूनेस्को सदस्यों ने झुग्गी झोपड़ियों के गरीब महिलाओं व बच्चों के साथ रक्षाबंधन त्योहार मनाया।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष माली ने कहा कि आज भी कच्ची बस्तियों में मौलिक सुविधाएं उनके परिवार को नहीं मिल पा रही है। इन सब बातों को दृष्टिगत रखते हुए यूनेस्को क्लब द्वारा कच्ची बस्तियों व झुग्गी झोपडियों में रक्षाबंधन मनाने का निर्णय किया गया। यूनेस्को ने ऐसे जरूरतमंद परिवारों के बच्चों के बीच खुशियां बांटी। उन्होंने उनके साथ मिलकर रक्षाबंधन का त्योहार मनाया।
जिला यूनेस्को एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष चेतन मानसिंहका ने बताया कि यूनेस्को टीम जैसे ही बस्ती में पहुंची बच्चों के बीच खुशियों की लहर दौड़ गई। इन बच्चों के चेहरों पर खुशियां लाने के लिए नई पहल करते हुए प्रत्येक परिवार को एक पैकेट मिठाई व अन्य सामग्री 100 परिवारों को उपहार स्वरूप दी। आज का यह कार्यक्रम स्व. श्रीमती बरजी बाई माली की स्मृति में आयोजित किया गया।
इस अवसर पर यूनेस्को सदस्यों ने शहर की पंचवटी, तेजसिंह सर्किल, ईरास, कुवाड़ा सहित कई गरीब बस्तियों में बच्चों संग रक्षाबंधन त्योहार मनाया। साथ ही उन्होंने अन्य सदस्यों से भी गरीब बच्चों के त्योहारों की खुशिया साझा करने की प्रेरणा दी। इस अवसर पर जिला यूनेस्को एसोसिएशन के अध्यक्ष ज्ञानेन्द्र सिंह चौधरी, सचिव जगदीश चन्द्र मून्दड़ा, संजय शर्मा, कमलेश जाजू, विद्यासागर सुराणा, चिंरजीलाल टांक, सम्पत बुलिवाल, शंभुप्रसाद माली, रामचन्द्र मून्दड़ा, संतोष चन्देल, मुकेश बुलिवाल सहित कई सदस्य उपस्थित थे।