वासुदेव श्रीकृष्ण के उपकारों को संसार का कोई भी जीव और प्राणीं भूला नहीं पाएगा : महासती प्रितीसुधा

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धर्मसभा नन्हे मुन्ने बच्चों ने श्री कृष्ण एवं राधा बनकर नाटिका का मंचन किया और जन्माष्टमी मनाई

भीलवाड़ा। (पंकज पोरवाल) शहर के अहिंसा भवन शास्त्री नगर मे महासती प्रितीसुधा ने जन्माष्टमी पर श्री कृष्ण की महिमा का आयोजित धर्मसभा मे गुणगान करतें हुए कहा कि तीनलोक के नाथ थें, वासूदेव श्रीकृष्ण भगवान विष्णु के अवतार थें। जब धरती पर अधर्म एवं पाप का बोल बाला था। ऐसे देवदूत श्री कृष्ण भगवान का जन्म तो कारागार में हुआ था।लेकिन अपने दिव्य गुणों की छाप छोड़कर जो श्रीकृष्ण गये है वो सम्पूर्ण धरती का कोई भी जीव एवं प्राणी उनके उपकारो कभी भूला नही सकता है श्री कृष्ण ने पूरी जिंदगी मुस्कुराते-हंसते हुए, खिलते और आनंद से जीकर और धरती को स्वर्ग बनाकर जिया। महाभारत के युध्द मे श्री कृष्ण ने बिना शस्त्र उठाए पांडवों को विजय दिलवाते हुए सम्पूर्ण ब्रम्हांड और धरती के प्राणियों को जो वासुदेव कृष्ण ने धर्म के उपदेश दिये थे उन गीता के उपदेश पर आज मनुष्य चलेगा तो संसार मे कभी भी दुखः भोग सकता है। श्री कृष्ण ने किसी भी जीव के साथ भेदभाव नहीं किया था। वासुदेव श्री कृष्ण अवगुण नही देखते थे वो गुणो देखतें थें सभी के प्रति दयालु करूणा की भावना रखते थे।धर्म की रक्षा केलिए धर्म युध्द लड़कर अधर्मीयो और पापीयों को धर्म का सदमार्ग दिखाया और कंस के बढ़ते अधर्म और अत्याचारों से मुक्ति दिलवाने के लिए कंस वध किया और धर्म अलख जगाई थी।
नन्हे मुन्ने बच्चों ने किया नाटिका का मंचन
धर्मसभा नन्हे मुन्ने बच्चों ने श्री कृष्ण एवं राधा बनकर नाटिका का मंचन किया और जन्माष्टमी मनाई गई। इसमें बच्चों में ईशा रांका प्रथम, अविषा लोढ़ा दृतीय, यशवी बाबेल तृतीय, बड़ो बच्चों में प्ररिण बाफना प्रथम, आकृति बाफना द्वितीय, शौर्य बाबेल तृतीय रहे सभी को पारितोषिक किया गया। प्रवचन की प्रभावना नीता बाबेल व संजुलता बाबेल की और से थी।
धर्म सभा में ये पदाधिकारी रहे उपस्थित
इस दौरान शहर के अनेक श्रीसंघो के श्रध्दांलूओ के साथ अहिंसा भवन के अध्यक्ष लक्ष्मणसिंह बाबेल, अशोक पोखरणा, कूशलसिंह बूलिया संदीप छाजेड़ ओमप्रकाश सिसोदिया, हिम्मतसिंह बापना, हेमंत आंचलिया, जसवंतसिंह डागलिया, चंदनबाला महिला मंडल की अध्यक्षा नीता बाबेल संजूलता बाबेल, मंजू पोखरणा रजनी सिंघवी, मंजू बाफना, अंजना सिसोदिया, उमा आंचलिया, सरोज मेहता, सुनीता झामड़, वनिता बाबेल, सरोज मेहता, रश्मि लोढ़ा, आशा संचेती, सुशीला छाजेड, कैलाश चैधरी, अनीता चैधरी, सुमित्रा सिंघवी मीना कोठारी, एकता बाबेल, अन्नू बापना, अंजना छाजेड़, प्रियंका बाफना, अंतिमा व सरोज सांड, ममता, रिंकु रांका, विपुला जैन आदि पदाधिकारियों की उपस्थिति रही।