-:
शैक्षणिक भ्रमण से बच्चों में बौद्धिक ज्ञान का विकास होता है: दिनेश शारदा
-:डेयरी दुग्ध की गुणवत्ता, जांच और पैकेजिंग के नवनिर्मित तकनीक से अवगत करवाया गया
भीलवाड़ा। (पंकज पोरवाल) श्री महेश पब्लिक स्कूल प्राइमरी विंग के कक्षा 3 के छात्र को भीलवाड़ा सरस डेयरी में शैक्षणिक भ्रमण के लिए अध्यापिकाओं के साथ गए। भ्रमण के दौरान वहां के मैनेजर ने पूरे प्लांट के बारे में बच्चों को बताया कि किस तरह सरस डेयरी में हाइजेनिक प्रोडक्ट तैयार किए जाते हैं। बच्चों को डेयरी दुग्ध की गुणवत्ता, जांच और पैकेजिंग के नवनिर्मित तकनीक से अवगत करवाया गया। डेयरी में प्रतिदिन मुख्य रूप से दूध, दही, घी, पनीर और छाछ की पैकिंग किस प्रकार की जाती है, और किस प्रकार पैकिंग में उत्पादन तारीख को देखकर खरीदारी की जाती है यह अनुभव लिया। इसी दौरान छात्रों को संयंत्र में लगी सभी मशीनों की विस्तृत जानकारी भी प्राप्त हुई। श्री महेश सेवा समिति के अध्यक्ष ओमप्रकाश नाराणीवाल ने इस शैक्षणिक भ्रमण पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि शैक्षणिक भ्रमण का मुख्य उद्देश्य छात्रों को डेरी प्रोडक्ट से बनने वाली सभी वस्तुओं की गुणवत्ता, जांच को सीखने का ज्ञान प्राप्त हुआ। सचिव राजेंद्र जी कचोलिया ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार की गतिविधि से दूध की शुद्धता वह उससे बनने वाले अनेक उत्पादों के बारे में भी जाना। जो की छात्रों के लिए बहुत उपयोगी है। कोषाध्यक्ष राजेश बाहेती ने कहा कि छात्रों ने इस प्रकार की गतिविधि के माध्यम से दूध की पौष्टिकता व उससे बनने वाले उत्पादों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की यह सराहनीय है। निर्देशक व विद्यालय प्रभारी दिनेश शारदा ने इस शैक्षणिक भ्रमण पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार के शैक्षणिक भ्रमण से बच्चों में बौद्धिक ज्ञान का विकास होता है। स्कूल की प्रिंसिपल निधि झा भार्गव ने बताया कि विद्यालय में समय-समय पर शैक्षणिक भ्रमण करवाए जाते हैं इसका मुख्य उद्देश्य है छात्रों का सर्वांगीण विकास करना है। छात्रों ने डेयरी उत्पादकों के बारे में जाना यह उनके जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। डेयरी में पहुंचकर बच्चों में काफी उत्साह देखा गया। इस दौरान बच्चों ने सरस की छाछ और लस्सी का भी आनंद लिया। संस्था की प्रधानाचार्या ने सरस डेयरी के मैनेजर का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने अपना कीमती समय निकालकर बच्चों को डेयरी से संबंधित जानकारी दी। उनके विशेष सहयोग के लिए उनका आभार व्यक्त किया।