जलझूलनी एकादशी मेले में सम्मिलित होने के लिए विभिन्न पदयात्रीयों के दल हए रवाना

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बड़े मंदिर व पंचमुखी दरबार से निकली यात्राएं, नाचते-गाते आगे बढ़े भक्त, 4 दिन में गढ़बोर चारभुजा पहुंचेगी पदयात्राएं

भीलवाड़ा। (पंकज पोरवाल) श्री चारभुजा गढ़बोर के जलझूलनी एकादशी मेले में सम्मिलित होने के लिए विभिन्न पदयात्रीयों का दल बुधवार को सुबह रवाना हुआ। दल में कई महिलाएं भी सम्मिलित है। जलझूलनी एकादशी के नजदीक आने के साथ ही शहर सहित जिले भर में पदयात्राएं निकलने का दौर शुरू हो चुका है। शहर के पुराने भीलवाड़ा में स्थित श्री चारभुजा नाथ बड़ा मंदिर से श्री चारभुजा पद यात्री संयुक्त समिति भीलवाड़ा के अध्यक्ष बृज मोहन सोमानी के नेतृत्व में पदयात्रा निकाली गई। भगवान चारभुजा नाथ के दर्शन व जयकारे के साथ शुरू हुई यह 18वीं पदयात्रा में भक्त-नाचते गाते आगे बढ़ रहे थे। खास बात यह थी की पदयात्रा में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुई। विश्व कल्याण की कामना को लेकर निकाली पदयात्रा में कुल 75 महिला एंव पुरुष शामिल हुए। यह पदयात्री 4 दिन में गढ़बोर चारभुजा पहुंचेंगे और दर्शन करेंगे। इसी तरह दादाबाड़ी स्थित पंचमुखी दरबार से बुधवार सुबह पदयात्रा शुरू हुई। पार्षद विजय लढा की अगुवाई में शुरू हुई पदयात्रा को हरीशेवा धाम के महामंडलेश्वर हंसराम उदासीन महाराज, पंचमुखी दरबार के महंत लक्ष्मण दास महाराज आदि ने आशीर्वाद देकर रवाना किया। इससे पूर्व हाथी घोडा पालकी, जय कन्हैया लाल की के जयघोष के साथ लालजी महाराज की श्रृंगारित प्रतिमा को रथ में विराजमान किया गया एवं भोग व महाआरती का आयोजन हुआ। इस दौरान विधायक विठठल शंकर अवस्थी भी मौजूद रहे। इससे पहले करीब 100 पद यात्रियों ने पंचमुखी दरबार में हनुमान जी के दर्शन किए और यात्रा के सफल होने और विश्व कल्याण की कामना की। यह यात्रा चार दिन में गढ़बोर पहुंचेगी और सभी पदयात्री दर्शन के बाद विश्व कल्याण की कामना प्रभु चारभुजानाथ से करेंगे।
गौरथ देंगे गौसेवा एवम संरक्षण का संदेश
श्री चारभुजा पद यात्री संयुक्त समिति भीलवाड़ा के तत्वावधान में आयोजित गडबोर चारभुजा भव्य पैदल शोभा यात्रा में गौग्रास रथ द्वारा गौसेवा एवम संरक्षण का संदेश दिया जायेगा। समिति के अध्यक्ष बृज मोहन सोमानी ने बताया की पिछले 18 साल से समिति द्वारा भीलवाड़ा से गड़बोर चारभुजा मंदिर तक पैदल यात्रा का आयोजन किया जा रहा है इस बार इस यात्रा के साथ संपूर्ण रास्ते में आने वाले गांव ढाणी में गौसेवा एवम संरक्षण का संदेश देने के लिए समिति द्वारा गौग्रास रथ को भी सम्मिलित किया गया है जो गौ जागरूकता की एक अनूठी पहल है। गौग्रास रथ के बिलेश्वर डाड ने श्री चारभुजा पद यात्री संयुक्त समिति को धन्यवाद देते हुए इसे सनातन संस्कृति में एक अनुपम कदम बताया एवम यात्रा के सफल आयोजन की शुभकामनाए दी।