बिजोलिया में राजकीय स्कूली अध्यापक की करतूत फ़ेक्ट्री मालिक को सेंड स्टोन की जानलेवा स्लैरी स्कूल में डालने की दी अनुमति , 7 साल पहले तीन लोग हुए मौत का शिकार

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बिजौलियां ( कपिल विजय ) :- कस्बें के राजकीय उच्च माध्यमिक विधालय के नये भवन में आज फेक्ट्रीयो से निकलने वाली जानलेवा सेण्ड स्टोन की स्लरी स्कूल परिसर में डाल विद्यालय के गड्ढों को भर दिया गया है । जो अब स्कूली छात्रो के लिए आफ़त का कारण बन सकती है । जानकारी के अनुसार विधालय में पिछले तीन दिनों से एक फ़ेक्ट्री मालिक द्वारा विद्यालय के ही एक अध्यापक की अनुमति से सैंड स्टोन फ़ेक्ट्री से निकल रही वेस्टेज स्लैरी विद्यालय परिसर में
हो रहे गड्डों में डाली जा रही है । जिसकी विद्यालय के प्रधानाचार्य को जानकारी नहीं है । फ़ेक्ट्री मालिक द्वारा डाली जा रही फ़ेक्ट्री के वेस्टेज स्लरी से विधालय परिसर को भर दिया गया है , जो अब सड़क किनारे फैलने लगी है । क़स्बे के जगदीश ने बताया की गाँव के ही एक अध्यापक द्वारा सर्दी की छुट्टियों का फ़ायदा उठाते हुए मनमानी करते हुए निजी स्वार्थ से एक फ़ेक्ट्री मालिक को फ़ेक्ट्री से निकलने वाले जानलेवा वेस्टेज स्लैरी को विद्यालय परिसर के गड्ढों में डलवाया जा रहा है । जिससे बच्चो को श्वास एवम् सिलिकोसिस जैसे रोग से पीड़ित होना पड़ सकता है । इसके सम्बन्ध मे विधालय के अधिकारियो को भी सूचित किया है लेकिन अब तक इधर-उधर स्लरी डालने पर रोक नही लगाई गई । ऐसे मे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है ।

बिजोलिया में जानलेवा स्लैरी :

जानकारी के अनुसार अब तक क्षेत्र मे पिछले 7 सालो मे स्लरी मे फंसने से लगभग 4 दर्जन से अधिक गायो एवं 2016 मे केसरगंज स्थित खानो मे नहाने गये 3 मजदूरो की स्लरी मे फंसने से मौत भी हो गई थी लेकिन स्थानीय प्रशासन द्वारा इसके बावजूद भी क्षेत्र मे आज तक फेक्टी मालिको के विरूद्व कोई ठोस कार्यवाही अमल मे नही लाई गई । स्लरी मे आये दिन गायो के फंसने एवं स्कूल परिसर में स्लेरी डालने से अब ग्रामीणो मे आक्रोश है।

7 वर्ष पूर्व राजस्थान प्रदुषण नियंत्रण मंडल ने जारी किये थे नोटिसः-

जानकारी के अनुसार 7 वर्ष पूर्व केसरगंज स्थित बंद पड़ी खान मे फैक्ट्री मालिको द्वारा स्लरी डालने पर गायो के फंसने एवं 2016 में स्लरी में फ़सने से 3 लोगो की मौत होने पर जन विचार मंच की शिकायत पर राजस्थान प्रदुषण नियंत्रण मंडल ने कार्यवाही करते हुंए फैक्ट्री मालिको को कारण बताओ नोटिस जारी कर मौका निरक्षण किया था । जिस पर ऊपरमाल सेण्ड स्टोन एक्सपोर्ट एण्ड डवलमेंट सोसायटी ने इधर – उधर स्लरी नही डालने की लिखित सहमती दी थी लेकिन विधालय के एक अध्यापक की अनुमति से 650 से अधिक बच्चो की जान पर आफ़त में आ पड़ी है । विधालय 6 जनवरी से फिर से शुरू होने वाले है ।

बिजोलिया में डंबिग यार्ड अभी तक नहीं बना :

बिजोलिया रीको क्षेत्र के 2017 में स्थापित होने के बावजूद भी क्षेत्र में अब तक डंबिंग निर्माण नहीं हुआ हे । क्षेत्र में दर्जन भर से अधिक फेक्टरियो द्वारा इधर उधर स्लरी डाली जा रही हे जो अवेध हे । उल्लेखनीय हे की क्षेत्र में 5 दर्जन से अधिक फेक्टरिया संचालित हे , जिनके लिये क्षेत्र में स्लरी निस्तारण का कोई स्थान नहीं हे , जिसका ख़ामियाज़ा बेज़ुबानो को भुगतना पड़ रहा हे ।

इनका कहना है :

विधालय परिसर में स्लैरी डालने की मुझे जानकारी नहीं है ना ही किसी
को अनुमति दी गई है । यदि किसी फ़ैक्ट्री मालिक द्वारा ऐसा किया जा रहा है तो ग़लत है । विधालय मामले को दिखा कार्यवाही करेगा ।

दिलीप सिंह , प्रधानाचार्य रा.उ.मा.वि बिजोलिया