केसरीसिंह बारहठ जयंती महोत्सव बना स्वामिमान की मिसाल , देवखेड़ा में 10 करोड़ से स्वतंत्रता संग्राम तीर्थ केंद्र विकसित किया जायेगा-केन्द्रिय मंत्री मेघवाल

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देशभक्ति के मायने केसरीसिंह बारहठ परिवार से समझा जा सकता है-पूर्व विस अध्यक्ष मेघवाल

शाहपुरा-मूलचन्द पेसवानी
भीलवाड़ा जिले के शाहपुरा के क्रांतिकारी केसरीसिंह बारहठ की 150 वी जन्म जयंती के मौके पर सोमवार को शाहपुरा में विशाल कार्यक्रम आयोजित किये गये। इस दौरान निकाली गयी ऐतिहासिक शोभायात्रा का शहर में पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। त्रिमृर्ति बारहठ स्मारक स्थल पर नगर पालिका के सहयोग से 150 वीं जयंती महोत्सव का आयोजन केन्द्रिय संस्कृति मंत्री अर्जुनराम मेघवाल के मुख्य आतिथ्य एवं शाहपुरा विधायक कैलाश मेघवाल की अध्यक्षता में किया गया। विशिष्ट अतिथि के रूप् में प्रदेश के राजस्व मंत्री रामलाल जाट, सांसद सुभाष बहेड़िया, पूर्व सांसद औंकार सिंह लखावत मौजूद रहे। कार्यक्रम में साहित्यकार गजादान चारण द्वारा लिखे गए गौरव ग्रंथ का भी विमोचन किया गया। वहीं वरिष्ठ साहित्यकार तथा श्री केसरी सिंह बारहठ स्मारक समिति के पूर्व अध्यक्ष फतेह सिंह मानव के साहित्य का भी विमोचन किया। कार्यक्रम का संचालन परमेश्वर कुमावत ने किया। सचिव कैलाश सिंह जाड़ावत ने कार्यक्रम की उपादेयता पर प्रकाश डाला।


मुख्य अतिथि केंद्रिय मंत्री मेघवाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े प्रमुख क्रांतिकारियों के इतिहास को सामने लाने व देश का उनकी सच्चाई से रूबरू कराने के लिए मेरा गांव मेरी धरोहर योजना में शाहपुरा के ख्यातनाम क्रांतिकारी केसरीसिंह बारहठ के पेतृक गांव देवखेड़ा को शामिल किया है। आज जयंती महोत्सव में पहंुच कर वो धन्य हुए है तथा केसरीसिंह बारहठ के इतिहास के बारे में विस्तार से जानकारी मिली है।
उन्होंने शाहपुरा विधायक मेघवाल व पूर्व सांसद लखावत के अनुरोध पर देवखेड़ा को विकसित करने के लिए केंद्र सरकार की योजना के तहत 10 करोड़ देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इसमें 20 प्रतिशत की राशि राज्य सरकार को अंशदान देने के साथ प्रस्ताव देना होगा। जिस पर प्रदेश के राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने हाथों हाथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से वार्ता कर इस पर सहमति दी। जिस पर सभी ने तालियों से समर्थन किया।
केंद्रिय मंत्री मेघवाल ने केसरसिंह बारहठ के इतिहास को भी सही तरीके से देश के सामने नहीं लाया जा सका है। इसे भी ठीक कराने का प्रयास किया जायेगा। उन्होंने साहित्यकारों से इस कार्य के लिए आगे आने का आव्हान किया। केंद्र सरकार की ओर से उन्होंने मदद का आश्वासन दिया।
प्रांरभ में पूर्व विस अध्यक्ष एवं शाहपुरा विधायक कैलाश मेघवाल ने शाहपुरा के केसरीसिंह बारहठ के व्यक्त्त्वि व कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में संग्रहालय प्रांरभ कराया गया। यहां पर पेनारोमा बनना चाहिए। वाचनालय भी हो ताकि बारहठ सहित प्रदेश के स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों के इतिहास को संरक्षित रखा जा सके। मेघवाल ने कहा कि आजादी आंदोलन में केसरीसिंह बारहठ परिवार द्वारा दिया गया बलिदान हम सबके लिए प्रेरणा का मार्ग प्रशस्त करता है। मेघवाल ने कहा कि शाहपुरा में कदम कदम पर धरोहर है। बारहठ ने अंग्रेज हुकूमत को चुनौती दी थी। केसरी सिंह बारहठ ने सन्नाटे को तोड़ते हुए स्वतंत्रता की ज्वाला को आमजन के दिलों में प्रज्वलित किया।
कार्यक्रम में राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने आमजन को संबोधित करते हुए कहा कि केसरी सिंह बारहट एवं उनके परिवार का देश की आजादी में बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने देश को एक करने का कार्य किया इसके लिए हम सब भारत परिवार के ऋणी हैं। उन्होंने कहा कि बारहठ केसरी सिंह भारत ने देश के लिए कई यातनाएं सही। जनजागृति उत्पन्न कर देश को एक करने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार व राज्य सरकार महापुरुषों के योगदान को इतिहास के पन्नों से बाहर निकालकर आमजन तक पहुंचाने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारा कर्तव्य है कि महापुरुषों की स्मृतियां सहेजने के लिए सभी साथ मिलकर प्रयास करें।
सांसद सुभाष बहे़िड़या ने कहा कि इसके लिए वो हर संभव सहयोग करेगें। केंद्र सरकार से फतह केसरी नाम से किसी ट्रेन का नामकरण करायेगें। चित्तौड़ व सरेरी स्टेशन पर केसरीसिंह के परिचय को भी प्रकाशित करायेगें।
पूर्व सांसद ओकार सिंह लखावत ने कहा कि देशभक्ति को सही मायने में आज केसरीसिंह बारहठ के इतिहास से समझा जा सकता है। क्यों कि वो स्वाभिमान का पर्याय है। आजादी आंदोलन में गुरू तेगबहादूर के बाद बारहठ परिवार ही है जिसने आजादी आंदोलन में सर्वस्त्र न्यौछावार कर दिया।
कार्यक्रम आयोजन समिति के अध्यक्ष व नगर पालिका चेयरमेन रघुनंदन सोनी ने सभी का स्वागत किया तथा नगर पालिका की ओर से बारहठ स्मारक स्थल के विकास के लिए कराये गये कार्यो की जानकारी देकर शाहपुरा के पिवणिया तालाब के मध्य स्थित बगरू में बारहठ पेनारोमा बनाने व उनके पेतृक गांव देवखेड़ा को क्रांति तीर्थ बनाने की मांग रखी।
समारोह में शाहपुरा राजपरिवार के जयसिंह, पूर्व उपप्रधान गजराजसिंह राणावत, प्रधान माया जाट सहित कांग्रेस भाजपा के प्रतिनिधि, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
कार्यक्रम से पहले महलों का चैक से शोभायात्रा निकाली गयी जिसमें देशभर से लोग शामिल हुए तथा देश भक्ति का जज्बा प्रदर्शित किया।